उत्तर प्रदेश राजकीय महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ की एक महत्वपूर्ण कार्यशाला गूगल मीट के माध्यम से सम्पन्न हुई

उत्तर प्रदेश राजकीय महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ की एक महत्वपूर्ण कार्यशाला गूगल मीट के माध्यम से सम्पन्न हुई।कार्यशाला में कोविद19 के फलस्वरूप उत्पन्न परिस्थिति  पर विचार किया गया।वर्तमान माहौल में कार्यालय के कार्य करने की तकनीक में व्यापक बदलाव आया है।कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुये डाक्टर भास्कर शर्मा ने कहा कि आज समय की आवश्यकता है कि सभी कर्मचारी टेक सेवी बने तथा कम्प्यूटर सम्बंधी कार्यों में दक्षता प्राप्त करें।उन्होंने ये भी कहा कि 2020अपने स्वास्थ्य को बचाने का वर्ष है।सभी लोग भारतीय जीवन मूल्यों योग ध्यान तथा आयुर्वेद को अपनाये तथा अपनी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाये।कार्यक्रम का संचालन संगठन के अध्यक्ष डाक्टर ब्रिजेश शर्मा ने किया।उन्होंने कहा कि कर्मचारी हितों के लिये लम्बी लड़ाईं लड़नी होगी।संगठन के पूर्व अध्यक्ष तथा संरक्षक श्री राकेश बाबू थापक ने कहा कि अत्यन्त दुःख का विषय है कि अभी तक उच्च शिक्षा विभाग के राजकीय कालेजों तथा क्षेत्रीय कार्यालयों में प्रशासनिक अधिकारी पदनाम स्वीकृत नहीं क़िया गया है जबकि प्रदेश के अन्य विभागों में बहुत पहले ही प्रशासनिक अधिकारी पदनाम स्वीकृत किये जा चुके हैं।अनेक वक्ताओं ने इस पर असन्तोष व्यक्त किया कि लम्बे समय से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदोन्नत नहीं किया गया है।ये सौतेला व्यवहार है तथा अल्पवेतनभोगी कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों का हनन है।सभी ने एक स्वर मे कहा कि तत्काल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रोन्नत किया जाये इसके लिये कमप्यूटर की जानकारी अनिवार्य हो लेकिन गति की अनिवार्यता न हो।
कार्यशाला को सर्वश्री विकास श्रीवास्तव उमंग अग्रवाल महावीर शर्मा सेचन प्रसाद राधे श्याम कुशवाह कुलमयंकसिंह संजय शर्मा राज कुमारमुकेश बाबू तथा रमेश प्रजापति आदि ने भी सम्बोधित किया

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